नैनीताल। देवभूमि मास्टर्स एथलेटिक्स एण्ड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट एशोसियेशन द्वारा दो दिवसीय चौथी मास्टर्स स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप हरिद्वार के भल्ला कॉलेज स्टेडियम में आयोजित की गई। जिसमें उत्तराखंड के सभी जिलो से 35 प्लस उम्र से लेकर 70 प्लस तक के लगभग 250 मास्टर्स एथलीट्स शामिल हुए। इस मास्टर्स प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के प्रथम अल्ट्रा धावकों में से एक नैनीताल के सुमित शाह ने भी इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर विगत पिछले साल की तरह फिर से दो स्वर्ण और एक रजत पदक प्राप्त किया और अप्रेल-मई में चिन्नई (तमिलनाडु) नेशनल्स के लिये क्वालिफाई कर लिया।
सुमित ने अपनी आयु वर्ग में 1500 मी की दौड़ में प्रथम स्थान, 10,000 मी की दौड़ में 44 मिनट का समय निकाल कर प्रथम स्थान, तो क्रमशः 5000 मी दौड़ में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
पेशे से ट्रैवल एण्ड टूरिज़म से जुड़े एक इंटरनेशनल स्पोर्टिंग टूर स्पेशलिस्ट हैं जिन्होंने 2007 के साथ अफ्रीका के टी-ट्वेंटी विश्व कप, 2007 वेस्ट ईन्डीज विश्व कप, लन्दन टी ट्वेंटी, प्रथम आई पी एल, फार्मूला वन, बीजिंग ओलम्पिक्स जैसे अनेकों अन्तरराष्ट्रीय स्पोर्टिंग इवेन्ट्स हैंडल करे हैं। एक प्रकृति प्रेमी होने के साथ सुमित एक अच्छे नेचर एण्ड वाइल्ड लाईफ फोटोग्राफर भी हैं और साथ-साथ एक वेल क्वालीफाईड पर्वतारोही और स्कीयर भी हैं जिन्होंने बेसिक, एडवांस, सर्च एण्ड रेस्क्यू देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे निम, एच एम आई, जम्मू एण्ड कश्मीर से कोर्स किये हैं।विगत सन् 2018 में आई टी बी पी दल के संग एक टैक्निकली कठिन माने जाने वाले पर्वत के सफल अभियान ‘एक्पिडिशन विजय’ दल के सदस्य भी रहे हैं जिन्होनें उत्तर सिक्किम की छै हजार मी की ऊंचाई फतह कर पहली बार विश्व में किसी दल ने चढ़ाई कर देश का नाम ऊंचा कर तिरंगा फैराया। सुमित शाह इससे पहले भी कई वर्षो से लम्बी दूरी की राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की मैराथन एवं अल्ट्रा मैराथन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हुये आये हैं। पिछले साल ही चण्डीगढ़ में आयोजित ‘टफ मैन’ में 100किमी की अल्ट्रा और कुछ माह पहले ही उन्होंने दिल्ली के नेहरु स्टेडियम में नेब स्पोर्ट्स एवं एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया के तत्वाधान में आयोजित 24 आवर स्टेडियम रन में लगातार चौबीस घण्टा दौड़ते हुये देश-विदेश के चयनित चुनिंदा 100 एथलीटों से कमपीट कर 145 किमी की दूरी तय अपना ही एक नया कीर्तिमान स्थापित कर 29thवां स्थान प्राप्त किया।
सुमित एक क्वालिफाईड माउन्ट्रेनर के साथ-साथ एथलेटिक्स फेडरेशन आफ इंडिया द्वारा एक क्वालीफाइड एथलेटिक्स प्री लेविल के कोच भी हैं और विगत कई सालों से दूर-दराज पहाड़ के गरीब परिवारों के स्ट्रगल कर रहे युवाओं को (ठीक जैसे हाल ही में सुर्खियो में आये दिल्ली की सड़कों में दौड़ते अल्मोड़ा के प्रदीप मेहरा) जैसे युवा लड़को को निरंतर निशुल्क, निःस्वार्थ, एथलेटिक्स की कोचिंग, ऐज ऐ मेन्टर ग्रूमिंग करते हुये आये हैं और अपने साथ दिल्ली, मुम्बई, बंगलौर प्रतियोगिताओं में तक ले गये हैं। आज ऐसे उनके संग ट्रेन्ड किये गये पहाड़ के नौजवान फौज और अन्य सरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर्स में कार्यरत भी हैं। अब सुमित का लक्ष्य किसी भी तरह भारतीय अल्ट्रा टीम के लिये वर्ल्ड चैम्पियनशिप में क्वालिफाई कर देश और देवभूमी का प्रतिनिधित्व कर पदक जीतने का है उसके लिये ये जी तोड़ मेहनत कर भी रहे रहे हैं और सुबह, शाम दिन-दोपहर रोड में दौड़ते हुये भी दिख जायेंगे।
