दुनिया हमेशा बदलाव से होकर गुजरती है जिसमे खान- पान, पहनावा आदि जैसी कई चीजे शामिल होती है।लेकिन वर्तमान और बीते कुछ सालों व्यक्ति के निजी जीवन को देखें तो कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे है। जिसमें मोनोगैमी, पोलिगैमी के बाद सोलोगैमी जिक्र होते साफ देखा जा रहा है। जिसमे व्यक्ति खुद से ही शादी कर लेता और सोलोगैमी बन जाता है। सोलोगैमी के लिए क्षमा बिंदु (Kshama Bindu) नामक महिला भी लगातार खबरों में बनी हुई है।
ज्यादातर महिलाएं सोलोगैमी अपना रही हैं।सोलोगैमी को अपनाने वालों का कहना है कि यह खुद का मूल्य समझने और खुद से प्यार (Self Love) करने की तरफ एक कदम है। इसे सेल्फ मैरिज (Self Marriage) भी कहा जा सकता है।
वैश्विक तौर पर यह ज्यादातर महिलाओं के बीच प्रचलित है जिसका मतलब है कि महिलाएं इसे अपनाने की तरफ ज्यादा प्रमुख नजर आ रही हैं। गुजरात की रहने वाली क्षमा बिंदु 24 साल की हैं और आने वाली 11 जून को खुद से शादी करने जा रही हैं जिसमें वे अपनी मांग में सिंदूर भी भरेंगी और फेरे भी लेंगी। क्षमा का कहना है कि वे कभी किसी लड़के से शादी नहीं करना चाहती थीं लेकिन उन्हें दुल्हन बनना था। क्षमा के लिए सोलोगैमी एक तरह की सेल्फ एक्सेप्टेंस (Self Acceptance) यानी खुद को अपनाने का एक तरीका है जिस चलते वे यह कदम उठाने जा रही हैं।