आज 39 वर्षीय मितली राज ने अपने 23 साल के लंबे क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कप्तान मिताली का ये फैसला क्रिकेट जगत और उनके फैंस के लिए भी हैरान करने वाला था। प्रशंसको को उम्मीद है कि मिताली में अभी और क्रिकेट बाकी थी।साथ ही इतने बड़े क्रिकेटर की विदाई मैदान से बाहर होना क्रिकेट फैंस के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। आपको बता दे कि पुरुष टीम के लगभग सभी दिग्गजों को मैदान से बाहर ही संन्यास नसीब हुआ और पिछले दो दशक से किसी भी महान खिलाड़ी की विदाई क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट में मैदान से नही हुई।

मिताली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 232 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में दुनिया में सर्वाधिक रिकॉर्ड 7805 रन बनाए। उन्होंने 12 टेस्ट और 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया। यह 39 वर्षीय बल्लेबाज पहले ही टी20 प्रारूप से संन्यास ले चुकी है और मार्च में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में भारत का अभियान खत्म होने के बाद उनके संन्यास लेने की उम्मीद की जा रही थी।

मिताली ने संन्यास की घोषणा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मैं भारत की नीली जर्सी पहनने की यात्रा पर निकली थी क्योंकि अपने देश का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान होता है। मैंने अपनी यात्रा में कई शीर्ष लम्हे देखे और कुछ मुश्किल दौर का भी सामना किया। इस हर लम्हे ने मुझे कुछ नया सिखाया और पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे संतोषजनक, चुनौतीपूर्ण और आनंददायक वर्ष रहे।’
उन्होंने लिखा, ‘पूरी यात्रा का आनंद लिया, इसका भी अंत होना ही था। आज वह दिन है जब मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास लेती हूं।’