दिग्गज नेता आरसीपी सिंह , नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू छोड़ चुके हैं और इस बीच, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री को लेकर बड़ा दावा किया है. पूर्व जेडीयू नेता आरसीपी सिंह ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं वो आरोप को सिद्ध करें. जेडीयू में जीरो टॉलरेंस की बात सिर्फ बयानों में है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ लोगों से घिर गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काम सिर्फ भूंजा खाना है. 2010 तक ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार का विकास किया. 2010 के बाद फालतू की बातों में नीतीश कुमार उलझ गए हैं.
राजनीति में मेरे बच्चों को घसीटने से हुई पीड़ा
आरसीपी सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की हैसियत नहीं कि वह मेरे सामने बोलें. मेरा व्यक्तित्व ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा जैसा नहीं है. दोबारा लौटकर जेडीयू में जाने का सवाल ही नहीं है. मेरे साथ जो कुछ भी हुआ उससे ज्यादा दुख नहीं हुआ, लेकिन अब मेरे बच्चों को राजनीतिक तौर पर घसीटा गया यह बेहद पीड़ादायक है.
7 जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बन सकते नीतीश कुमार
पूर्व जेडीयू नेता ने कहा कि जेडीयू का संगठन सिर्फ पटना तक ही सिमटा है. पिछले 1 साल में कोई भी कार्यक्रम जिला स्तर पर नहीं हुआ है. नीतीश कुमार सात जन्म में प्रधानमंत्री नहीं बन सकते है. यह बात मैंने हवा में नहीं बोली है.
जनता की भावनाओं का सम्मान करें बिहार सीएम
आरसीपी सिंह ने आगे कहा कि जिस पार्टी में संगठन ही नहीं हैस नीति ही नहीं वह प्रधानमंत्री का सपना कैसे देख सकता है? मैं कार्यकर्ताओं और समर्थकों की सलाह पर आगे का फैसला लूंगा. जनता की भावनाओं का भी नीतीश कुमार कम से कम सम्मान करें. जनता ने एनडीए को बहुमत दिया है ना कि महागठबंधन को.
उन्होंने कहा कि केंद्र में मंत्री मैं नीतीश कुमार की सहमति से ही बना. कोई भी फैसला मैंने नीतीश कुमार के बगैर नहीं लिया. उन्हीं की हामी पर मैं केंद्र सरकार में मंत्री बना. नीतीश कुमार कम से कम अपने सहयोगी और गठबंधन से भी ईमानदार रहें.