कर्नाटक के अमीर-ए-शरीयत (प्रधान पुजारी) मौलाना सगीर अहमद खान रशदी ने शैक्षणिक संस्थानों से हिजाब सहित धार्मिक कपड़ों पर सरकार के प्रतिबंध को बरकरार रखने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय के हालिया आदेश के खिलाफ गुरुवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। मौलवी ने शांतिपूर्ण बंद की अपील की है। जमात-ए-इस्लामी हिंद के सदस्यों ने बंद के आह्वान का समर्थन किया है।
वहीं कर्नाटक भाजपा नेता यशपाल सुवर्णा ने कहा है कि जिन लड़कियों ने सरकारी आदेश के खिलाफ कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, वे एक आतंकवादी संगठन की सदस्य थीं। लड़कियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे छात्र नहीं बल्कि एक आतंकवादी संगठन की सदस्य हैं। उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ बयान देकर वे विद्वान न्यायाधीशों की अवहेलना कर रहे हैं। उनका मीडिया बयान अदालत की अवमानना के समान है।”