देश में नए संसद भवन को बनाने का काम चल रहा है. ऐसे में PM मोदी ने आज इस प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों का जायजा लिया. इस दौरान पीएम ने आज नए भवन की छत पर लगाए जा रहे 20 फीट ऊंचे अशोक स्तंभ का अनावरण भी किया. अनावरण कार्यक्रम के दौरान उनके साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) भी मौजूद रहे. पूरे देश में ही नए संसद भवन (Parliament House) को लेकर चर्चा है. ऐसे में AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर सवाल खड़े कर दिए.
ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण करके गलत किया है. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, ‘संविधान संसद, सरकार और न्यायपालिका की शक्तियों को अलग करता है. सरकार के प्रमुख के होने के नाते पीएम मोदी को नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण नहीं करना चाहिए था. लोकसभा का अध्यक्ष LS का प्रतिनिधित्व करता है जो सरकार के अधीनस्थ नहीं है. सभी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है.
खर्चीला है यह नया प्रोजेक्ट
आपको बता दें कि नए संसद भवन की छत पर लगने वाले अशोक स्तंभ चिन्ह को आठ चरणों की प्रक्रिया के बाद तैयार किया गया है. इस नए संसद भवन के निर्माण पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च होने का अनुमान है, जिसके लिए सरकार की खूब आलोचना की गई थी. बताया जा रहा है कि ये खर्च स्टील, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य कार्यों पर बढ़ा रहा है. इस बढ़े हुए खर्च के लिए सीपीडब्ल्यूडी को लोकसभा सचिवालय की मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
कैसा है ये स्तंभ?
रिपोर्ट्स की मानें तो इस अशोक स्तंभ का वजन 9500 Kg है जो कांस्य से बनाया गया है. इसके सपोर्ट के लिए करीब 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का भी निर्माण किया गया है.
रिपोर्ट्स की मानें तो इस अशोक स्तंभ का वजन 9500 Kg है जो कांस्य से बनाया गया है. इसके सपोर्ट के लिए करीब 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का भी निर्माण किया गया है.
पीएम मोदी ने श्रमिकों से की बातचीत
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मानें तो इस भवन का काम अगले शीतकालीन सत्र तक पूरा हो सकता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण कार्यों का जायजा लेने के दौरान काम में जुटे श्रमिकों से बातचीत भी की और उनका हालचाल जाना.
