महाराष्ट्र के सियासी उठापटक के बीच आज शाम तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे आज (बुधवार) शाम तक पद से इस्तीफा दे सकते हैं. ये इस्तीफा सिर्फ किसी राज्य के मुख्यमंत्री का इस्तीफा नही होगा बल्कि एक ऐसे पुत्र की हार होगी जिसने सत्ता की लालच में अपने पिता के आदर्शो पर ठोकर मार दी थी. बता दे कि 19 जून 1966 को दिवंगत बाल ठाकरे ने शिवसेना पार्टी की स्थापना की जिसने महाराष्ट्र में 1988 से भाजपा के साथ मिलकर चनाव लड़े और अपनी राजनीतिक लड़ाई को आगे बढ़ाया. इस दौरन दो अहम और अनोखी बात सामने आई. जिसमे पहल अहम बात बाल ठाकरे की मानी जाती है जब उन्होंने कहा था कि चाहे कुछ बह हो जाये वो कभी कांग्रेस के साथ नहीं जायेंगे. दूसरी अहम बात यह रही कि बाल ठाकरे ने कभी भी कोई राजनितिक पद अपने पास नही रखा. लेकिन सत्ता मोह के चलते उद्धव ठाकरे ने इन दोनों ही बातो को दरकिनार कर कांग्रेस के साथ हाथ मिलाते हुए मुख्यमंत्री का पद ले लिया. जिसका नतीजा यह हुआ कि महज तीन साल में ही आज पार्टी बिखर चुकी है और शिवसेना विपक्ष में बैठ सकती है. जिसकी सांसे बड़ी वजह माने जा रहे है एकनाथ शिंदे उन्होंने खुद को बाल ठाकरे का सच्चा शिवसैनिक बताया और कांग्रेस का साथ छोड़ने की बात कही. इससे पहले पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कल कहा कि पार्टी में सब ठीक है और आज उनका ट्वीट सामने आया था, जिसके बाद ये कयास लगाए जाने लगे थे कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री का पद छोड़ देंगे. साफ़ है कि पार्टी के अंदर क्या चल रहा राउत भी इससे अनजान है.
आज क्या कहा संजय राउत ने ?
संजय राउत ने ट्वीट में लिखा कि घटनाक्रम विधानसभा भंग होने की ओर. संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, हमारी सरकार राज्य में बहुमत खो देगी. हम वापस सत्ता में लौट सकते हैं, लेकिन पार्टी की छवि सबसे ऊपर है. वहीं, पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्विटर के बायो से मंत्री पद हटा दिया है, लेकिन खुद को ‘युवा सेना अध्यक्ष’ बताना जारी रखा है.
कोरोना वायरस से संक्रमित हैं सीएम ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने इसकी जानकारी दी. मुश्किल में फंसी महाराष्ट्र सरकार पर बैठक करने के लिए कमलनाथ मुंबई में सीएम ठाकरे से मिलने पहुंचे थे. कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सीएम ठाकरे को कोरोना हो गया है. मेरी उनसे मुलाकात नहीं हो पाएगी. एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मैं मिलूंगा. उद्धव ठाकरे से पहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भी कोरोना हुआ. वह रिलायंस हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
40 से ज्यादा विधायकों के साथ गुवाहाटी में शिंदे
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे 40 से ज्यादा विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में हैं. शिंदे और ये विधायक बुधवार सुबह सूरत से गुवाहाटी पहुंचे. शिंदे का दावा है कि शिवसेना के कई और विधायक उनके संपर्क में है.
एकनाथ शिंदे के समर्थक और राज्य मंत्री ओमप्रकाश बाबाराव कडू ने दावा किया है कि शिंदे का समर्थन करने वाले विधायकों की संख्या बढ़ रही है और यह 40 के भी पार हो सकती है.
भाजपा पर लग रहा है सरकार गिराने का आरोप
बीते कुछ वर्षों में एक अलग प्रकार की राजनीति ने जन्म लिया है जिसमे भाजपा द्वारा कई राज्यों की सरकार को बीच में गिराने या तीसरी पार्टी होने के बावजूद भी सरकार बनाकर अपनी सत्ताधारी पार्टी होने की ताकत दिखाने का आरोप लगाया जाता रहा है. ऐसे में अहम बात यह है कि ये नई राजनीति देश के लिए कितनी हितकारी साबित होगी.