प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार से तीन देशों क यात्रा पर जा रहे है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस का दौरा करेंगे। जिसमे वह करीब 65 घंटे में 25 कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इस साल का पहला दौरा कर रहे पीएम मोदी ने इस यात्रा का उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि उनकी यूरोप यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब इस क्षेत्र को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अपनी व्यस्तताओं के माध्यम से, मैं यूरोपीय भागीदारों के साथ सहयोग की भावना को मजबूत करने का इरादा रखता हूं। भारत में शांति और समृद्धि की खोज में यूरोपीय साझेदार महत्वपूर्ण साथी हैं। पीएम की यात्रा का उद्देश्य और तय कार्यक्रम पीएम मोदी ने कहा कि मैं डेनमार्क,आइसलैंड,फिनलैंड,स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लूंगा। शिखर सम्मेलन में महामारी के बाद आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा आदि जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि हम छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) की सह-अध्यक्षता करेंगे, जो एक अद्वितीय द्विवार्षिक प्रारूप है जिसे भारत केवल जर्मनी के साथ आयोजित करता है। कई भारतीय मंत्री भी जर्मनी जाएंगे और अपने जर्मन समकक्षों के साथ विचार-विमर्श करेंगे। इसके अलावा बर्लिन की मेरी यात्रा चांसलर स्कोल्ज के साथ विस्तृत द्विपक्षीय चर्चा करने पर केंद्रित होगी। जिनसे मैं पिछले साल G20 में मिला था। देश वापसी से पहले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से भी मिलूंगा: पीएमपीएम मोदी ने कहा कि भारत लौटने से पहले मैं अपने मित्र और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मिलने के लिए पेरिस में रुकूंगा। इससे हमें भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी के अगले चरण की रूपरेखा तैयार करने का अवसर भी मिलेगा। वहीं प्रधानमंत्री मोदी 50 वैश्विक व्यवसायियों से भी बातचीत करेंगे और अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी सात देशों के आठ नेताओं के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें करेंगे। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी रविवार रात कनाडा के मरखम में एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे जहां सांस्कृतिक केंद्र में सरदार पटेल की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा।
